हर मोड़ पे सिग्नल तोडती यह ज़िन्दगी !
कही रात के अंधेरो मैं रोशन यह ज़िन्दगी,
कही दिन के उजाले मैं दम तोडती यह ज़िन्दगी !
अमीरों के लिए शौक यह ज़िन्दगी,
गरीबो के लिए खौफ यह ज़िन्दगी ,
कही गरम रजाई मैं सोती ,मासूम सी यह ज़िन्दगी ,
कही ठण्ड मैं ठिठुरते , फूटपाथ मैं जागती यह ज़िन्दगी !
कोई हंस दे तो खिलखिलाती यह ज़िन्दगी,
मैं जरा सा रो दू तो मुझे चिढाती यह ज़िन्दगी ,
बीते कल को भुलाओ, तो पल पल याद दिलाती यह ज़िन्दगी ,
आये जो वह कभी ख्वाबो मैं, सुबह उसे भुलाए यह ज़िन्दगी !
हर रोज़ नए पहेलियाँ बुझाती यह ज़िन्दगी ,
मैं जितना सुलझाऊ ,उतनी ही उलझती यह ज़िन्दगी !